| 1. | *तजाहुल-पेशगी-जान बुझ कर अनजान बनना,
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| 2. | जान के अनजान बनना नादानी नहीं है तो और क्या है?
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| 3. | कौन-सी बात दीपा ……….? मीता ने जानकर भी अनजान बनना चाहा था।
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| 4. | सब जानकर भी अनजान बनना भी एक लीला...... समरथ को नहीं दोष गोंसाई.....
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| 5. | सबसे बड़ा बोझ ज्ञान का होता है और जानबूझ कर अनजान बनना सबसे बड़ा पाप है।
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| 6. | सबसे बड़ा बोझ ज्ञान का होता है और जानबूझ कर अनजान बनना सबसे बड़ा पाप है।
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| 7. | ये लोग या तो इन बातों से अनभिज्ञ (अशिक्षित) हैं या फिर जानकर अनजान बनना चाहते हैं.
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| 8. | क्या आप नही जानते मां बाप ने आपके लिए क्या-ंउचयक्या किया है या जानते हुये भी अनजान बनना चाहते हैं।
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| 9. | क्या आप नही जानते मां बाप ने आपके लिए क्या-क्या किया है या जानते हुये भी अनजान बनना चाहते हैं?
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| 10. | पर इसमें रहस्य है, यह जो पापों को गलाता है, वह पागल है, हम भी पापो को गलाकर पागल बन सकते है, जानकर भी अनजान बनना महा मूर्खता है।
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