पारित किया गया और इसके द्वारा पुनः यह बात दोहराई गई कि इंग्लैंड में “आपकी कृपा के अतिरिक्त ईश्वर के अधीन अन्य कोई भी उच्चतर नहीं था” और यह कि हेनरी के “शाही ताज” की शक्ति पोप के “अविवेकपूर्ण और दयाहीन अनधिकार ग्रहण व अपकर्षण” के द्वारा घटा दी गई थी. [42]