उक्त स्रोत में खराबी आने से वाचाघात / अफेजिया होता है।
4.
लकवा या सर की गंभीर चोट से मस्तिष्क वाचा केन्द्र को क्षति पहुँचने के कारण से होने वाले भाषा दोष को अफेजिया करहते हैं।
5.
लकवा या सर की गंभीर चोट से मस्तिष्क वाचा केन्द्र को क्षति पहुँचने के कारण से होने वाले भाषा दोष को अफेजिया करहते हैं।
6.
अवाग्मिता (अफेजिया) में व्यक्ति, जो अच्छा भला बोलता सुनता-लिखता-पढ़ता था, अपनी भाषागत क्षमता पूरी तरह या आंशिक रूप से खो बैठता है।
7.
अफेजिया (वाचाघात) के लक्षण इसकी शुरुआत प्रायः अचानक होती है और शरीर के आधे भाग (दायें हाथ तथा दायें पैर) के लकवे के साथ होती है।
8.
जब दिमाग के बायें आधे गोले में पक्षाघात का अटैक या अन्य रोग आता है तो शरीर के दायें आधे भाग में लकवे के साथ-साथ बोली भी चली जाती है, अफेजिया / वाचाघात होता है।
9.
जब दिमाग के दायें आधे गोले में पक्षाघात का अटैक या अन्य रोग आता है तो शरीर के बायें आधे भाग में लकवे के साथ-साथ बोली या भाषा पर कोई असर नहीं पडता, वाचाघात / अफेजिया नहीं होता।