इन दोनों युगों के मध्य किसी प्रकार की असमरूपता नहीं है, जिससे विदित होता है कि इस युग के पहले पृथ्वी की भौमिक दशा में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
2.
फिर भी एक और, प्रस्तावों का एक “मौलिक रूप से रूढ़िवादी” वर्ग प्रेक्षणात्मक आंकड़े की व्याख्या गुप्त ऊर्जा की शुरूआत करने की बजाय मान्य सिद्धांतों के एक अधिक परिष्कृत उपयोग के उद्देश्य से करना चाहता है, जो उदाहरण के लिए, घनत्व संबंधी असमरूपता के गुरूत्वाकर्षण संबंधी प्रभावों, या आरंभिक ब्रह्मांड में विद्युतीय रूप से कमजोर सममिति विच्छेदन पर ध्यान केन्द्रित करना चाहता है.
3.
फिर भी एक और, प्रस्तावों का एक “मौलिक रूप से रूढ़िवादी” वर्ग प्रेक्षणात्मक आंकड़े की व्याख्या गुप्त ऊर्जा की शुरूआत करने की बजाय मान्य सिद्धांतों के एक अधिक परिष्कृत उपयोग के उद्देश्य से करना चाहता है, जो उदाहरण के लिए, घनत्व संबंधी असमरूपता के गुरूत्वाकर्षण संबंधी प्रभावों, या आरंभिक ब्रह्मांड में विद्युतीय रूप से कमजोर सममिति विच्छेदन पर ध्यान केन्द्रित करना चाहता है.