6. भगवान श्रीराम के अस्तित्व को नकारने का तात्पर्य आदि तीर्थंकर भगवान रिषभदेव, भगवान बुद्द तथा भगवान श्रीराम के पुत्राद्वय लव एवं कुश द्वारा प्रवर्तित बेदी और सोढ़ी वंश में अवतीर्ण हुए गुरुनानकदेवजी एवं गुरुगोविन्द सिंहजी, महाराणा प्रताप तथा छत्रपति शिवाजी महाराज के अस्तित्व को भी अस्विकार करना होगा।