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आकुल अंतर वाक्य

उच्चारण: [ aakul anetr ]
उदाहरण वाक्यमोबाइल
  • तब इस एकाकी पंछी ने आकुल अंतर खोला।
  • कैसे चल पाता यदि न मिला होता मुझको आकुल अंतर?
  • आकुल अंतर / हरिवंशराय बच्चन (1943)
  • १ ९ ४ ० में आकुल अंतर और विकल विश्व की रचना की।
  • वह बताते है कि आकुल अंतर में जब-जब पीड़ा घनीभूत होती रही तभी कुछ न कुछ उमड़ पड़ा।
  • वह बताते है कि आकुल अंतर में जब-जब पीड़ा घनीभूत होती रही तभी कुछ न कुछ उमड़ पड़ा।
  • मधुशाला, मधुबाला, मधुकलश और निशा निमंत्रण ले चुकने के बाद अब आकुल अंतर और एकान्त संगीत का नम्बर था.
  • हरिवंशराय बच्चन / आकुल अंतर नीचे रहती है पावों के, सिर चढ़ती राजा-रावों के, अंबर को भी ढ़क लेने की यह आज शपथ कर आई है।
  • अमिताभ ने इस संकलन में अपने पिता द्वारा चार दशकों में लिखी गई पुस्तकों आकुल अंतर, निशा निमंत्रण, सतरंगिनी, आरती और अंगारे, अभिनव सोपान, मधुशाला, मेरी कविताओं की
  • आकुल अंतर ' की पुकार पर वैयक्तिक प्रणय के लिए ‘ मिलन यामिनी ' की प्रतीक्षा में ‘ एकांत संगीत ' के सहारे ‘ निशा निमंत्रण ' देना स्वीकार किया है उनको प्रोफ़ेसर महावीर सरन जैन की
  • कैसे चल पाता यदि न मिला होता मुझको आकुल अंतर? कैसे चल पाता यदि मिलते, चिर-तृप्ति अमरता-पूर्ण प्रहर!आभारी हूँ मैं उन सबका, दे गये व्यथा का जो प्रसाद-जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला, उस-उस राही को धन्यवाद।
  • कैसे चल पाता यदि न मिला होता मुझको आकुल अंतर? कैसे चल पाता यदि मिलते, चिर-तृप्ति अमरता-पूर्ण प्रहर!आभारी हूँ मैं उन सबका, दे गये व्यथा का जो प्रसाद-जिस-जिस से पथ पर स्नेह मिला, उस-उस राही को धन्यवाद।
  • श्री कृपाशंकर शुक्ल जो कि एक अध्यापक रहे है और उसी गुरू दृष्टि से जब उन्होने इस देश समाज को देखा तो इसकी विद्रूपताओं से व्यथित हो उठे इसके बाद आकुल अंतर में जन्मी पीड़ा कलम से बह निकली।
  • लेखक कृपाशंकर शुक्ल जो कि एक अध्यापक रहे है और उसी गुरू दृष्टि से जब उन्होने इस देश समाज को देखा तो इसकी विद्रूपताओं से व्यथित हो उठे इसके बाद आकुल अंतर में जन्मी पीड़ा कलम से बह निकली।
  • हरिवंश राय बच्चन के संपूर्ण साहित्य की सूची कविता संग्रहतेरा हार (1932) मधुशाला (1935) मधुबाला (1936) मधुकलश (1937) निशा निमंत्रण (1938) एकांत संगीत (1939) आकुल अंतर (1943) सतरंगिनी (1945) हलाहल (1946) बंगाल का काव्य (1946) खादी के फूल (1948) सूत की माला (1948)
  • रवींद्र संगीत और वैष्णवी बाउलों के गीतों में आत्मोत्सर्ग का ' आकुल अंतर ' एक अनिवार्य भावरूप की तरह हमेशा से उपस्थित रहा है (शायद यही कारण था कि सन् 55 की फिल्म ' देवदास ' में मन्ना डे ने दो बाउल वैष्णवी गीत दुर्लभ तन्मयता के साथ गाए हैं.)
  • यह मनुष्य विषादकाव्य (निशानिमंत्रण, एकांत संगीत, आकुल अंतर) में अवसाद की कड़ी चोटें झेलता दिखाई देता है परंतु नीड़ उजड़ जाने पर भी हताश नहीं है तथा अपने शोक को इस प्रकार श्लोकत्व प्रदान करता है कि अनुभूति की सघनता और करुणा के योग से उसमें देवत्व को भी ललकार सकने वाली तेजस्विता जन्म लेती है।
  • निशा-निमंत्रण ', ‘ प्रणय पत्रिका ', ‘ मधुकलश ', ‘ एकांत संगीत ', ‘ सतरंगिनी ', ‘ मिलन यामिनी ', ” बुद्ध और नाचघर ', ‘ त्रिभंगिमा ', ‘ आरती और अंगारे ', ‘ जाल समेटा ', ‘ आकुल अंतर ' तथा ‘ सूत की माला ' नामक संग्रहों में आपकी रचनाएँ संकलित हैं।
  • तेरा हार (1932) मधुशाला (1935) मधुबाला (1936) मधुकलश (1937) निशा निमंत्रण (1938) एकांत संगीत (1939) आकुल अंतर (1943) सतरंगिनी (1945) हलाहल (1946) बंगाल का काव्य (1946) खादी के फूल (1948) सूत की माला (1948) मिलन यामिनी (1950) प्रणय पत्रिका (1955) धार के इधर उधर (1957) आरती और अंगारे (1958) बुद्ध और नाचघर (1958) त्रिभंगिमा (1961) चार खेमे चौंसठ खूंटे (1962) दो चट्टानें (1965) बहुत दिन बीते (1967)

आकुल अंतर sentences in Hindi. What are the example sentences for आकुल अंतर? आकुल अंतर English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.