| 1. | ऐस्पिरिन, जिसका फीवर के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
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| 2. | ऐस्पिरिन, फेनेसिटिन, ऐटिपाइरिन या ऐनैल्जेसिन, ऐमिनोपाइरिन या पिरोमिडोन उल्लेखनीय ज्वरहारी ओषधियाँ हैं।
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| 3. | इब्यूप्रोफेन और ऐस्पिरिन जैसी ओटीसी दवाओं का एक जाना-पहचाना साइड इफेक्ट होता है।
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| 4. | इब्यूप्रोफेन और ऐस्पिरिन जैसी ओटीसी दवाओं का एक जाना-पहचाना साइड इफेक्ट होता है।
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| 5. | कार्बोक्सिलिक अम्ल, सैलिसिलिक अम्ल, सैलोल, ऐस्पिरिन इत्यादि अनेक बड़े उपयोगी पदार्थ प्राप्त हो सकते हैं।
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| 6. | क्सिलिक अम्ल, सैलिसिलिक अम्ल, सैलोल, ऐस्पिरिन इत्यादि अनेक बड़े उपयोगी पदार्थ प्राप्त हो सकते हैं।
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| 7. | उदाहरण के लिए ऐस्पिरिन जैनरिक दवा है लेकिन दवा बनाने वाली विभिन्न कंपनियां अलग-अलग नामों से इसे बेचती हैं.
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| 8. | इसका एक ऐसीटिल व्युत्पन्न ऐस्पिरिन है, जो शिर पीड़ा की अनुभूति दूर करने में बड़ा उपयोगी सिद्ध हुआ है।
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| 9. | इसका एक ऐसीटिल व्युत्पन्न ऐस्पिरिन है, जो शिर पीड़ा की अनुभूति दूर करने में बड़ा उपयोगी सिद्ध हुआ है।
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| 10. | फिर इनसे ऐनिलीन, फिनोल, ऐल्डिहाइड, कार्बोक्सिलिक अम्ल, सैलिसिलिक अम्ल, सैलोल, ऐस्पिरिन इत्यादि अनेक बड़े उपयोगी पदार्थ प्राप्त हो सकते हैं।
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