| 1. | में क्विनैल्डीन, लेपिंडीन तथा गामा फेनील क्विनोलीन महत्वपूर्ण हैं।
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| 2. | इसकी मुख्य ओषधियों में डाइहाइड्रॉक्सि क्विनोलीन (
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| 3. | क्विनीन से प्राप्त होने के कारण इसका नाम क्विनोलीन पड़ा।
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| 4. | इसलिये शुद्ध क्विनोलीन कृत्रिम विधि से प्राप्त किया जाता है।
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| 5. | इसलिये शुद्ध क्विनोलीन कृत्रिम विधि से प्राप्त किया जाता है।
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| 6. | इसी प्रकार क्विनोलीन को भी विभिन्न प्रयोगों में लिया जा सकता है।
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| 7. | नेफ्थालीन, क्विनोलीन, ऐंथ्रासीन आदि यौगिकों में एक से अधिक वलयों का समावेश हुआ।
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| 8. | कुछ क्विनोलीन संजातों का उपयोग ओषधि में प्रतिपूय तथा पीड़ानाशक के रूप में किया जाता है।
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| 9. | कुछ क्विनोलीन संजातों का उपयोग ओषधि में प्रतिपूय तथा पीड़ानाशक के रूप में किया जाता है।
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| 10. | यह ऐनिलीन के साथ संयोजित होकर ऐक्रोलीन ऐनिलीन बनाता है, जो आक्सीकृत होकर क्विनोलीन बन जाता है।
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