गुलूबन्द, किसी वस्त्र के किनारे का नुकीना भाग, दाँतेदार किनारा
2.
गुलूबन्द से सजी परी-सी लग रही थी ।
3.
' ' अगर जिन्दगी रही तो अगले साल सोने का गुलूबन्द बनवा
4.
कुन्दन का गुलूबन्द वह तो सारे कनी की माँ के पास ही रह गये हैं।
5.
सोने की गेंहूमाला, मोहनमाला, कुन्दन का गुलूबन्द वह तो सारे कनी की माँ के पास ही रह गये हैं।
6.
यहाँ स्वर्ग में माँएँ बुन रही हैं हरे गुलूबन्द मक्खियाँ भिनभिनाती हैं छै दिन की मेहनत के बाद पिता सिगड़ी के पास झपकी ले रहे हैं
7.
सच में पान से पतली फूल से हल्की गुडिया सी लडक़ी हाथों में चांदी के दस्तबंद, बांहों में बाजूबन्द और गले में गुलूबन्द से सजी परी-सी लग रही थी।
8.
(8) अरब के लोग क़ुरबानियों के गले में हरमशरीफ़ के दरख़्तों के छल वगैरह से गुलूबन्द बुनकर डालते थे ताकि देखने वाले जान लें कि ये हरम को भेजी हुई क़ुरबानियाँ हैं और उनसे न उलझें.
9.
))) और उसके पैरों के कड़े, हाथ के कंगन, गले के गुलूबन्द और कान के गोषवारे उतार लिया था और वह सिवाए इन्नालिल्लाह पढ़ने और रहमो करम की दरख़्वास्त करने के कुछ नहीं कर सकती थी और वह सारा साज़ोसामान लेकर चला जाता था न कोई ज़ख़्म खाता था और न किसी तरह का ख़ून बहता था।
10.
कि उस की फ़ौज के सवार (शहरे) अंबार के अन्दर पहुंच गए, और हस्सान इब्ने हस्साने बिक्री को क़त्ल कर दिया, और तुम्हारे मुहाफ़िज़ सवारों को सर्हदों से हटा दिया गया, और मुझे तो यह इत्तिलाआत भी मिली हैं कि इस जमाअत का एक आदमी मुसलमान और ज़म्मी औरतों के घर में घुस जाता था और उनके पैरों से कड़े (हाथों से) कंगन और गुलूबन्द और गोशवारे उतार लेता था, और उन के पास उस से हिफ़ाज़त का कोई ज़रिआ नज़र न आता था।