घंटाकार चंद्र मस्तक पर धारण करने वाली माता चंद्रघंटा कहलाती हैं।
3.
इसका फूल पीले रंग का सवृंत, नियमित तथा अपूर्ण घंटाकार होता।
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इसका फूल पीले रंग का सवृंत, नियमित तथा अपूर्ण घंटाकार होता।
5.
यह एक सैद्धांतिक आवृत्ति वितरण दर्शाता है जो घंटाकार, सममितीय तथा अपरिमित विस्तार का है।
6.
देवी की ललाट पर घंटाकार चंद्रमा होता है और इससे सांसारिक बाधाओं से मुक्ति मिलती है.
7.
गुड़हल का पेड़ उसके फूल के आकर्षक रंगों, नैसर्गिक सौंन्दर्य तथा लुभावने घंटाकार पुष्प के कारण उद्यान, घर और मंदिरों में लगाये जाते हैं।
8.
स्याम देश में पगोडा को “फ्रा” कहते हैं और यह या तो बेलनाकार बुर्जयुक्त सूचीस्तंभ होता है या पतले कुंतल शिखर युक्त एवं घंटाकार होता है।
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स्याम देश में पगोडा को “फ्रा” कहते हैं और यह या तो बेलनाकार बुर्जयुक्त सूचीस्तंभ होता है या पतले कुंतल शिखर युक्त एवं घंटाकार होता है।
10.
तथा-कथित घंटाकार शीर्षक उनकी राय में कमल का द्योतक है क्योंकि बौद्ध साहित्य में बुद्ध आसनस्थ होकर ध्यानमग्न होते थे और कमल मायादेवी के गर्भ का भी प्रतीक है।