जनता को धार्मिक और जातिगत दंगा और फसाद नहीं चाहिए।
2.
तो क्या मु्ज़फ़्फ़र नगर के दंगों को नीरज के इस गीत के दर्पण में भी देखा जाना चाहिए? हालां कि मुलायम सिंह यादव से अब जब मुसलमान नाराज़ हो ही गए है तो मुलायम इसे सांप्रदायिक दंगा के बजाय जातिगत दंगा बता रहे हैं।
3.
मुजफ्फर नगर का दंगा न तो जातिगत दंगा था और न ही साम्प्रदायिक, यह तो राजनीतिक दंगा था, जिसे भाजपा और बसपा ने काँग्रेस के सहयोग से सपा सरकार को बदनाम करने एवं आगामी लोकसभा चुनावों में अपने-अपने हितों को साधने हुए करवाया था।