श्रद्धालुओं का यह भी मानना है कि कनीना में 132 केवी उप-केंद्र पर कार्यरत कर्मियों को जोखिम भरा काम करना पड़ता था जहां अनेक दुर्घटनाएं हो चुकी थी और पावर हाउस कर्मी इन दुर्घटनाओं को लेकर चिंतित तथा मायूस थे।
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भवनों और सड़क निर्माण के कार्यों मैं इंट ढोते और पत्थर तोड़ते बच्चे बेपरवाह चोटों और बारिश व धुप की तपन से, तुरंत के अच्छे कपडे और पेट भरने आस मैं बेखबर इस बात से की कल फिर उन्हें जोखिम भरा काम करना होगा ||