| 1. | ज्ञानकृत व्यापार होते हैं और अचेतन अन्त: संस्कार जिनके द्वारा अज्ञानकृत
|
| 2. | कौन व्यापार ज्ञानकृत (चेतन) हैं और कौन अज्ञानकृत यह सदा
|
| 3. | उद्देश्य या ज्ञानकृत व्यवस्था नहीं है।
|
| 4. | आदि, पूर्वज जीवों में ज्ञानकृत थीं पर पीछे स्वभावसिद्ध प्रवृत्तियों में
|
| 5. | वस्तु सम्पर्क के प्रति यह एक प्रकार की अचेतन क्रिया है जो ज्ञानकृत
|
| 6. | ये व्यापार कुछ कुछ ज्ञानकृत होते हैं अर्थात इनमें थोड़ी बहुत चेतना का
|
| 7. | आंरभ में तो ये बुद्धि के उपयोग द्वारा, विचार और संकल्प द्वारा, ज्ञानकृत
|
| 8. | ज्ञानकृत व्यवस्था के अनुसार चल रहा है, छोटी से छोटी बात भी जो होती है
|