संज्ञा
| नीलाम के समय चीज़ का चिल्लाकर दाम लगाने की क्रिया:"मैं इस वस्तु के लिए सौ रूपये तक की बोली लगा सकता हूँ" पर्याय: बोली,
| | सवारी का ऐसा प्रबंध जिसमें हर पड़ाव पर बराबर जानवर या यान आदि बदले जाते हों:"सुदूर क्षेत्रों में यात्रा करने के लिए पहले डाक की व्यवस्था थी"
| | डाक व्यवस्था द्वारा लाई या ले जाई जाने वाली चिट्ठियाँ आदि:"डाकिया प्रतिदिन चार बजे डाक लाता है"
| | राज्य की ओर से,चिट्ठियों पार्सलों, आदि के आने-जाने की व्यवस्था:"मैंने अपना पत्र डाक से भेजा है"
| | पेट में की वस्तुओं का स्वतः मुँह से बाहर आने की क्रिया:"ज्यादा खाने से सचिन को उलटी हो गई" पर्याय: उलटी, उल्टी, ओकाई, वमन, कै, उकलाई, अलंबुष, अलम्बुष, उछार, उछाला,
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