कभी-कभी तो यह सहानुभूति तदनुभूति से भी अधिक खतरनाक होती है।
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इस विषय में हम श्रीमान तेलतुंबडे की पीड़ा और गुस्से के साथ पूरी तदनुभूति रखते हैं।
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तदनुभूति (Empathy): दूसरे की भावनाओं के प्रति एक सांवेगिक अनुक्रिया करना जो दूसरे व्यक्ति की भावनाओं के समान हो।
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जीवन में अगर तुम एक उच् चतर आध् यात्मिक स् तर पर हो तो तुम किसी के भी साथ तदनुभूति रख सकते हो।
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आखिर हम क्यों नहीं लिख पाते हैं या यूँ कहें कि सहानुभूति या तदनुभूति के आधार पर भी दूसरे के दर्द को समझ क्यों नहीं पाते हैं.
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बढ़िया विषय भी है! आखिर हम क्यों नहीं लिख पाते हैं या यूँ कहें कि सहानुभूति या तदनुभूति के आधार पर भी दूसरे के दर्द को समझ क्यों नहीं पाते हैं.
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और दूसरी बात कि मनुष्य अब अपनी इच्छाओं का स्वैच्छिक गुलाम हो जाता है, तब गुलाम को सुख कहां! ब्लूम पुन: घोषित करते हैं, “ जब कि अर्धमृत पूँजीवाद ने मानव को भारी मात्रा में नई शक्ति दी है, तदनुभूति (एम्पैथी), भावाकुलता तथा तर्क की त्रयी द्वारा चालित पूंजीवाद नए और बड़े आश्चर्य प्रदान कर सकता है।