यह टीका एरिस् टोटल की दुर्बोध भाषा को सुबोध बनाता है।
3.
चूंकि, न्याय दर्शन की पद्धति स्व-मतों या सिद्धान्तों को गहन दुर्बोध भाषा में व्यक्त करती है, इस हेतु सर्वविदित भौतिकीय सिद्धान्तों को बीजगणितीय पदों द्वारा परिभाषित करके अधिक शुद्धता या यर्थाथता से व्यक्त किया जा सकता है।
4.
चूंकि, न्याय दर्शन की पद्धति स्व-मतों या सिद्धान्तों को गहन दुर्बोध भाषा में व्यक्त करती है, इस हेतु सर्वविदित भौतिकीय सिद्धान्तों को बीजगणितीय पदों द्वारा परिभाषित करके अधिक शुद्धता या यर्थाथता से व्यक्त किया जा सकता है।