विद्युत रियेक्टरों के लिए औद्यौगिक स्तर पर नाभिकीय ईंधन और जिरकोनियम मिश्र धातु के निर्माण के लिए हैदराबाद में 1971 में नाभिकीय ईधन परिसर (एन.एफ.सी) की स्थापना की गई।
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विद्युत रियेक्टरों के लिए औद्यौगिक स्तर पर नाभिकीय ईंधन और जिरकोनियम मिश्र धातु के निर्माण के लिए हैदराबाद में 1971 में नाभिकीय ईधन परिसर (एन.एफ.सी) की स्थापना की गई।
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सबसे बड़ा खतरा यही है कि कोर वेसेल के पिघल जाने से नाभिकीय ईधन की अनियंत्रित विघटन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी और यह परमाणु प्रकोप की शुरुआत होगी...सारे दुनिया की आँखे अब इसी घटनाक्रम पर लगी हैं-यह वक्त है कि हम अपने परमाणु सयंत्रों की सुरक्षा की जांच भी कर ले-प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने इस बारे में आज ही राष्ट्र को आश्वस्त भी किया है.