इसके बावजूद, दन्तबल्क क्षरण की अपेक्षा मूल क्षरण के विकास को रोकना अधिक सरल है क्योंकि दन्तबल्क की तुलना में मूल में फ्लोराइड का पुनःअवशोषण अधिक होता है.
2.
ऐसी स्थिति में हड्डियों से अधिक कैल्शियम का पुनःअवशोषण (reabsorption) हो जाने से रक्त में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है तथा हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो जाने से वे छिद्रमय एवं भुरभुरी हो जाती हैं।
3.
एक बार जब वीर्य प्रमुख कोशिका वाहिनी अधिवृषण में प्रवेश कर जाता है, जहां पिनोसायटोटिक नस अंतर्विष्ट होती हैं जो तरल के पुनःअवशोषण का संकेत देती हैं, जो ग्लिस्रोफोस्फोकोलाइन स्रावित करती हैं जिससे बहुत संभव समय से पहले कैपेसिटेशन का अवरोध होता है.
4.
एक बार जब वीर्य प्रमुख कोशिका वाहिनी अधिवृषण में प्रवेश कर जाता है, जहां पिनोसायटोटिक नस अंतर्विष्ट होती हैं जो तरल के पुनःअवशोषण का संकेत देती हैं, जो ग्लिस्रोफोस्फोकोलाइन स्रावित करती हैं जिससे बहुत संभव समय से पहले कैपेसिटेशन का अवरोध होता है.