के लिए अथवा किसी अन्य के लिए करता है वह पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाता है।
2.
४. (उन्क्नोत्न्) ६. ० पुरुषवाचकसर्वनाम पुरुषवाचक सर्वनाम पुरुषवाचक-सर्वनाम-पदों में सम्प्रति उत्तम-पुरुषऔर मध्यम-पुरुष सर्वनाम के रुप ही स्वतन्त्र हैं.
3.
(2) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला सुनने वाले के लिए करे, उसे मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
4.
(2) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला सुनने वाले के लिए करे, उसे मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
5.
शब्द बोलने वाला अपने लिए, सुनने वाले के लिए या किसी अन्य के लिए प्रयोग करता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते है।
6.
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला स्वयं के लिए करता है, उसे उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम कहा जाता है।
7.
बाइबिल मामलों में जहां पवित्र आत्मा के सर्वनाम के लिए पुरुषवाचक सर्वनाम का और आत्मा के लिए विपरीत लिंग का प्रयोग होता हैं.
8.
इसी प्रकार चेतन पदार्थों में द्विवचन, बहुवचन के लिए पुरुषवाचक सर्वनाम के रूपों का योग भी राजी भाषा में स्पष्ट नहीं है।
9.
(2) मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला सुनने वाले के लिए करे, उसे मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।
10.
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं-(1) उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम-जिस सर्वनाम का प्रयोग बोलने वाला अपने लिए करे, उसे उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं।