|  | 1. | कला से पृथकत्व लिए हुए है। 
 
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|  | 2. | भूतक्रिया और मनोव्यापार का पृथकत्व स्वीकार करते हुए भी उसने दोनों को एक 
 
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|  | 3. | किन्तु समस्त गुणों पर विचार करने पर दोनों का पृथकत्व सिद्ध हो जाता है। 
 
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|  | 4. | जिन्होंने राजपूतों की पृथकत्व और अपने को बड़ा समझने की भावना को कृत्रिम रुप से और बढ़ाया। 
 
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|  | 5. | जिन्होंने राजपूतों की पृथकत्व और अपने को बड़ा समझने की भावना को कृत्रिम रुप से और बढ़ाया। 
 
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|  | 6. | जब तक पुरुष प्रकृति से अपना पृथकत्व नहीं जान लेता तब तक संसार का नाटक चला करता है । 
 
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|  | 7. | 3-व्यवहारनय-संग्रहनय से ग्रहण हुए पदार्थों अथवा तथ्यों का योग्य रिति से पृथकत्व करने वाला अभिप्रायः व्यवहार नय है। 
 
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|  | 8. | पृथकत्व की भावना अभ्यास द्वारा थोड़े समय बाद लगातार बढ़ती जायगी और शीध्र ही एक महान आकार में प्रकट होगी । 
 
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|  | 9. | 3-व्यवहारनय-संग्रहनय से ग्रहण हुए पदार्थों अथवा तथ्यों का योग्य रिति से पृथकत्व करने वाला अभिप्रायः व्यवहार नय है। 
 
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|  | 10. | 3-व्यवहारनय-संग्रहनय से ग्रहण हुए पदार्थों अथवा तथ्यों का योग्य रिति से पृथकत्व करने वाला अभिप्रायः व्यवहार नय है। 
 
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