पेरल जाई जनता चुआओल जाई ते ल.... जय हिं द... जय बिहा र... जय लालू... जय पासवा न..... जय नीती श...... जय मनमोहन...
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बच्चे उसी में लोट-पोट करते, यह गीत गाते थे-काल कलउती उज्जर धोती ए मेघा तू पानी दे पानी दे गुड़ धानी दे ए मेघा तू पानी दे कूटल जाई पेरल जाई पीसै बदे दरेरल जाई सबही आस लगा के बइठल घानी घानी घानी दे ए मेघा तू पानी दे मेघ यानी बादल से पानी भागा जा रहा है।