| 1. | कीटाकोनाज़ोल शैंपू फंगस संक्रमण पर काफी असरकारी होते हैं।
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| 2. | मुँह तथा गले में फंगस संक्रमण आदि रोगों से डिपथीरिया को पहचानना आवश्यक है।
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| 3. | ग्रसनी शोथ (Phyaryngitis), टॉन्सिल शोथ (Tonsillitis), मुँह तथा गले में फंगस संक्रमण आदि रोगों से डिपथीरिया को पहचानना आवश्यक है।
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| 4. | -कीटाकोनाजोल शैम्पू फंगस संक्रमण पर काफी असरदार होते हैं लेकिन इसका भी सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।
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| 5. | पाइपेरासिलिन समूह में 30 में से 4 रोगियों को फंगस संक्रमण हो गया जबकि बाइकल स्कल्कैप समूह में किसी को ऐसा नहीं हुआ.
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