यह नीले, या हरे रंग की वनस्पति एककोशिक तथा बहुकोशिक तंतुवत् (
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प्राणिजगत् में दो प्रकार के जीव, एककोशिक और बहुकोशिक, होते हें।
4.
बहुकोशिक, द्विपार्श्व सममित, कृमि परजीवी तीन भ्रूणीय परतों से निर्मित जीव होते हैं।
5.
नेमाटोड-(१) एक पतली, बेलनाकार, तीन पर्तों वाला बहुकोशिक एवं अखंडितपरिसंचारी तंत्रों से रहित जंतु.
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यह नीले, या हरे रंग की वनस्पति एककोशिक तथा बहुकोशिक तंतुवत् (filamentous) होती है।
7.
बहुकोशिक जीव मेटाज़ोआ (Metazoa) हैं, जिनमें प्रत्येक कार्य के लिये अलग अलग कोशिकासमूह होता है।
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(२) सामान्यतः सूक्ष्म कृमि सदृश बहुकोशिक अखंडित, श्वसन, और परिसंचारी तंत्रोंसे रहित जंतु जिनके शरीर में तीन पर्तें होती हैं और जो पानी या मृदा मेंस्वतंत्र रूप से या पौधो और प्राणियों पर परजीवी के रूप में विद्यमान रहता है.