क्यों शताब्दि के बाद शताब्दि तक भयावह दुःख के ये रक्तरंजित बहुमूर्तिदर्शी?
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राजस्थान, गुजरात और बंगाल के ये कला रूप स्थान विशेष के वीरों और देवताओं की पौराणिक कथाएं सुनाती हैं और हमारे प्राचीन वैभव और भव्य सांस्कृतिक विरासत का बहुमूर्तिदर्शी चित्रण किया है।
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राजस्थान, गुजरात और बंगाल के ये कला रूप स्थान विशेष के वीरों और देवताओं की पौराणिक कथाएं सुनाती हैं और हमारे प्राचीन वैभव और भव्य सांस्कृतिक विरासत का बहुमूर्तिदर्शी चित्रण किया है।
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राजस् थान, गुजरात और बंगाल के ये कला रूप स् थान विशेष के वीरों और देवताओं की पौराणिक कथाएं सुनाती हैं और हमारे प्राचीन वैभव और भव् य सांस् कृतिक विरासत का बहुमूर्तिदर्शी चित्रण किया है।