कपास के पूरे फसल काल में संश्लेषित " पायरेथ्राइड" दवाओं का अधिकतम २ या ३ हीबार छिड़काव दूसरे कीटनाशकों के साथ बारी-बारी से करना चाहिए, जिससे विशेष रूपसे "हेलिओथिस आर्मीजेरा" में कीटनाशकों के प्रति प्रतिरोधी क्षमता विकसित न होऔर रस-चूसक कीड़ों जैसे सफेद मक्खी, चेंपा और चिचड़ी की संख्या में अधिक वृद्धिन हो, जो आर्थिक नुकसान पहुंचा सकें.