| 1. | इसमें गुरु बीजाणुधानी (megasporangia) और लघुबीजाणुधानी (microsporangia) बनती हैं।
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| 2. | (1) लाइकोपोडिएलीज़ की बीजाणुधानी समबीजाणु (
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| 3. | तने के ऊपरी भाग में बीजाणुधानी होती है, जिसमें बीजाणु (
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| 4. | पत्तियों के निचले भाग पर, या उसके बराबर में, बीजाणुधानी होती थी।
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| 5. | पत्तियों के निचले भाग पर, या उसके बराबर में, बीजाणुधानी होती थी।
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| 6. | तने के ऊपरी भाग में बीजाणुधानी होती है, जिसमें बीजाणु (spores) पैदा होते हैं।
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| 7. | बीजाणु एक विशेष प्रकार के थैले या आवरण में निर्मित होते हैं, जिन्हें बीजाणुधानी कहते हैं।
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| 8. | (1) लाइकोपोडिएलीज़ की बीजाणुधानी समबीजाणु (homosporous) होती है, अर्थात् सभी बीजाणु एक ही प्रकार के होते हैं।
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