आपका भी गुणगान करने मे हमे कोई पहरेहज नही, बस आपको ताऊ की तरह मर्दान्गी वाली बाते करनी पडॆगी.
2.
वहाँ कुछ मर्द ऐसे होते हैं जो नीच तरीकों से अपनी मर्दान्गी दिखाते हैं-अपनी बीवी पर हाथ उठाकर, उन्हें तरह तरह से प्रताड़ित कर के यो दूसरों के सामने ज़लील करके ।
3.
46-इन्सान की क़द्र व क़ीमत उसकी हिम्मत के एतबार से होती है और उसकी सिदाक़त उसकी मर्दान्गी के एतबार से होती है, शुजाअत का पैमाना हमीयत व ख़ुद्दारी है और उफ़्फ़त का पैमाना ग़ैरत व हया।