इसके लिये हमारे मुख्य यंत्र वर्णक्रमदर्शी, प्रकाशमापी, तथा रेडियो दूरदर्शी हैं।
2.
गति और त्वरण का अवरोध करने के लिए मुख्य यंत्र के साथ जो उपयंत्र लगाया जाता है, उसे ही रोधक या ब्रेक (
3.
इसके दो भाग होते हैं-एक तो मुख्य यंत्र जो धुआँ सूघता है और दूसरा एक जोरदार हार्न या अलार्म यानि भोंपू जिसका काम होता है लोगों को चेताना।
4.
कुछ वैदिक ज्योतिषी यह मानते हैं कि कालसर्प योग के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए राहु तथा केतु के संयुक्त यंत्रों की अपेक्षा कालसर्प दोष निवारण यंत्र का उपयोग करना चाहिए जो इस दोष के निवारण के लिए मुख्य यंत्र होने के कारण अधिक प्रभावी होता है।