अब, लघुकथा भी चूँकि जीवन और व्यक्तित्व दोनों को यथार्थत:
3.
(1) जयमंगला प्रणेता का नाम यथार्थत:
4.
' अकेला चना' शासकीय कर्मचारी वर्ग में व्याप्त संवेदनहीनता, अभद्रता और अमानवीयता को तो यथार्थत:
5.
हे विभो! यथार्थत: मेरा बन्धन अथवा मोक्ष अवश्य आपका ही स्वरूपमय होने से, नहीं है।
6.
परन्तु इस नारेबाजी को प्रत्यक्ष करने के लिए उन्होंने कुत्ते की नाक वाले जिस चरित्र को गढ़ा है, वह यथार्थत: प्रभावपूर्ण है।
7.
ऐसा केवल इसके सम्मान के लिए नहीं है, बल्कि यथार्थत: जनता के हित साधने तथा कानून के नियम को सुरक्षित रखने के लिए भी है।
8.
उसी परिभाषा को जो परिभाषा वर्तमान में यूनवर्स की सम्पूर्ण विश्व में “थल चिन्ह” की तरह प्रचलित है, हिन्दी भाषा के विद्वान भी ब्रह्माण्ड की परिभाषा मानने के लिये बाध्य हैं, जबकि यथार्थत: यूनवर्स तो ब्रह्माण्ड का एक भाग है।
9.
तो आखिर क्यूं? उसी परिभाषा को जो परिभाषा वर्तमान में यूनवर्स की सम्पूर्ण विश्व में “थल चिन्ह” की तरह प्रचलित है, हिन्दी भाषा के विद्वान भी ब्रह्माण्ड की परिभाषा मानने के लिये बाध्य हैं, जबकि यथार्थत: यूनवर्स तो ब्रह्माण्ड का एक भाग है।
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लेकिन अगर भारत करोड़ों भूखों मरने वालों, निरक्षरों और दलितों-अंत्यजों का स्वराज्य है और इन सबके लिए है तो हिंदी ही एकमात्र राष्ट्रभाषा हो सकती है।'' अंग्रेजी भले फिलहाल एक अंतरराष्ट्रीय भाषा है, पर पिछले दरवाजे से विश्व भर में यथार्थत: यही ‘नेशनल लैंग्वेज' बनती जा रही है और जीवन में चारों तरफ छाती जा रही है-हम ऐसा कभी होने नहीं देंगे।