ने कहा कि यह एक वर्तमान 50-60 प्रतिशत की दर से उत्पादन और उपयोग को समायोजित करने के लिए चौथी तिमाही वितरण मात्रा में वसूली के लिए अनुमति होगी.
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वर्ष 2006 से पूंजी निवेश में तेज वृद्धि, कर्ज वितरण मात्रा के ज्यादा होने तथा विदेश व्यापार में प्रतिकूल संतुलन जैसे सवाल पैदा हुए है, इस साल वस्तुओं के दामों में ऊंची वृद्धि जैसी नयी समस्याएं भी उत्पन्न हुई हैं।