बच्चों के बिना विवाह का विघटन और कोई समर्थन के मुद्दे
2.
पति, जो अदालत के साथ विवाह का विघटन आरंभ नहीं करता है.
3.
• बच्चे और भत्ते, हिरासत, और समर्थन के मुद्दे के साथ विवाह का विघटन
4.
पति, जो अदालत के साथ आवश्यक कागजी कार्रवाई दाखिल द्वारा विवाह का विघटन आरंभ हो जाएगा.
5.
ऐसी परिस्थिति में पक्षकारों के बीच विवाह का विघटन कर दिया जाना न्यायोचित प्रतीत होता है।
6.
अतः याची ने वर्तमान याचिका दिनॉक 16. 7.09 को प्रस्तुत करते हुये न्यायालय से अनुतोश चाहा है कि उभय पक्ष के मध्य हुये विवाह का विघटन कर दिया जाय।
7.
अतः याची ने वाद का मूल्यांकन कर वर्तमान याचिका दिनॉक 13. 8.09 को प्रस्तुत किया एवं न्यायालय से अनुतोश चाहा है कि उभय पक्ष के मध्य हुये विवाह का विघटन कर दिया जाय।
8.
अतः याची ने वाद का मूल्यांकन कर वर्तमान याचिका दिनॉक 13. 07.09 को प्रस्तुत किया है एवं न्यायालय से अनुतोश चाहा है कि उभय पक्ष के मध्य हुये विवाह का विघटन कर दिया जाय।
9.
श्रीमती सुशमा देवी के विरूद्ध एक पक्षीय रूप से सव्यय स्वीकार किया जाता है एवं याची एवं प्रत्यर्थी के मध्य हुये विवाह का विघटन किया जाता है। मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिव्यूनल / न्यायालय जिला न्यायाधीष टिहरी-गढवाल।
10.
अतः याची ने वाद का कर एवं न्यायालीय षुल्क अदा दिनॉक 3. 3.3009 को न्यायालय मे प्रस्तुत किया एवं न्यायालय से अनुतोश चाहा है कि उभय पक्ष के मध्य हुये विवाह का विघटन कर दिया जाय।