इस सत्य को अखबार चाहे जिस अंदाज़ में पेश करे यह उनके संवाद-प्रेषक की निजी समझ है तथा यह उनका अधिकार है......!. किन्तु यह सही है कि अधिकाँश भारतीय ग्रामीणजन/मलिन-बस्तियों के निवासी लोग महिलाओं के प्रजनन पूर्व स्वास्थ्य की देखभाल और बाल पोषण के मामलों में अधिकतर उपेक्षा का भाव रखते हैं.
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इस सत्य को अखबार चाहे जिस अंदाज़ में पेश करे यह उनके संवाद-प्रेषक की निजी समझ है तथा यह उनका अधिकार है......!. किन्तु यह सही है कि अधिकाँश भारतीय ग्रामीणजन / मलिन-बस्तियों के निवासी लोग महिलाओं के प्रजनन पूर्व स्वास्थ्य की देखभाल और बाल पोषण के मामलों में अधिकतर उपेक्षा का भाव रखते हैं.