आजकल कुछ विद्यालयों में विशेष रूप से प्रशिक्षित शिक्षकों के माध्यम सेइन बालकों को ऐसी शिक्षा देने तथा ऐसी यांत्रिक कुशलताओं को सिखाने काप्रयत्न किया जा रहा है जिससे वे अन्य सामान्य बालकों के साथ एक अच्छासामाजिक तथा संवेगात्मक समायोजन स्थापित कर सकें.