समय समीकार का प्रति दिन का मात्र गणित द्वारा निकाला जा सकता है।
2.
समय समीकार का प्रति दिन का मात्र गणित द्वारा निकाला जा सकता है।
3.
आधुनिक शब्दावली में उदयांतर तथा भुजांतर के एक साथ संस्कार को समय समीकार (
4.
जैसा की ऊपर दिया गया प्रकाशन मूल के समीकार को निकालने का एक सामान्य तरीका है
5.
आधुनिक शब्दावली में उदयांतर तथा भुजांतर के एक साथ संस्कार को समय समीकार (Equation of time) कहते हैं।
6.
जैसा की ऊपर दिया गया प्रकाशन मूल के समीकार को निकालने का एक सामान्य तरीका है \mbox (r), इसके अलावा r निकालने के और भी बहुत से तरीके हैं.
7.
की गणना बहुपद समीकार को हल करके किया जा सकता है. यदि समीकरण का कोई वास्तविकता में अद्वितीय समाधान है तो स्टार्म सूत्र का प्रयोग तब किया जा सकता है.सामान्यतः
8.
भारतीय ज्योतिषियों में केवल चंद्रशेखर ही ऐसे थे जिन्होंने चंद्रमा की गति के संबंध में स्वतंत्र तथा मौलिक रूप से चांद्र क्षोभ, विचरण और वार्षिक समीकार का पता लगाया।
9.
विलोमत: हम सूर्य के ऊर्ध्व याम्योत्तर बिंदु के लंघन का वेध करके, उसमें समय समीकार को जोड़ या घटाकर, वास्तविक माध्य-सूर्य का समय ज्ञात करके अपनी घड़ियों के समय को ठीक कर सकते हैं।
10.
विलोमत: हम सूर्य के ऊध्र्व याम्योत्तर बिंदु के लंघन का वेध करके, उसमें समय समीकार को जोड़ या घटाकर, वास्तविक माध्य-सूर्य का समय ज्ञात करके अपनी घड़ियों के समय को ठीक कर सकते हैं।