Once the doctors are sure that brain stem death has occurred , the donating patient is kept on a ' ventilator ' which keeps the heat beating in order to circulate oxygen . एक बार जब डॉक्टर यह निश्चित कर लेते हैं कि दिमाग के तने की मृत्यु हो चुकी है , तब मरीज़ को वातायन यंत्र पर रखा जाता है , जो हृदय की धड़कन को ज़ारी रखता है जिससे शरीर में प्राण वायू फिरता रहे , जो अवयवों को निकाले जाने तक सुस्थिति में रखेगा .