( 23 अगस्त 39 को- विश्वयुद्ध से ठीक पहले यह अनाक्रमण सन्धि की गयी थी- ताकि जर्मनी पश्चिमी यूरोप पर और सोवियत संघ पूर्वी यूरोप पर राज कर सके।
12.
ये सिद्धान्त इस प्रकार हैंः अनाक्रमण , समानता एवं पारस्परिक लाभ, दूसरे की सम्प्रभुता एवं प्रादेशिक अखण्डता का आदर, एक दूसरे के आन्तरिक मामलों में हस्तक्षेप न करना एवं शान्तिमय सह-अस्तित्व।
13.
इसमें कहा गया कि एक दूसरे की प्रभुसत्ता तथा स्वतंत्रता , अनाक्रमण, समानता, परस्परहित, और एक दूसरे देश द्वारा भीतरी मामलों में अहस्तक्षेप की नीति ही भारत यूगोस्लाविया की मैत्री तथा सहयोग संबंध का आधार रहेगी।
14.
इसमें कहा गया कि एक दूसरे की प्रभुसत्ता तथा स्वतंत्रता , अनाक्रमण, समानता, परस्परहित, और एक दूसरे देश द्वारा भीतरी मामलों में अहस्तक्षेप की नीति ही भारत यूगोस्लाविया की मैत्री तथा सहयोग संबंध का आधार रहेगी।
15.
इसमें कहा गया कि एक दूसरे की प्रभुसत्ता तथा स्वतंत्रता , अनाक्रमण, समानता, परस्परहित, और एक दूसरे देश द्वारा भीतरी मामलों में अहस्तक्षेप की नीति ही भारत यूगोस्लाविया की मैत्री तथा सहयोग संबंध का आधार रहेगी।
16.
इसमें कहा गया कि एक दूसरे की प्रभुसत्ता तथा स्वतंत्रता , अनाक्रमण, समानता, परस्परहित, और एक दूसरे देश द्वारा भीतरी मामलों में अहस्तक्षेप की नीति ही भारत यूगोस्लाविया की मैत्री तथा सहयोग संबंध का आधार रहेगी।
17.
धर्म को बनिए की दृष्टि से देखने वालों के खिलाफ एक आवाज़ बन गयी हो तुम शिक्षा-शांति और अनाक्रमण चाहती हो हमारे बुद्ध भी यही चाहते थे आखिर जीत बुद्ध की ही हुयी थी न ।
18.
जिस समय ताएफ़ नगर का एक जन प्रतिनिधि पैग़म्बरे इस्लाम ( स ) के पास आया और उसने उनके साथ अनाक्रमण संधि की तो पैग़म्बरे इस्लाम ने इमाम हसन से कहा कि वे संधिपत्र पर हस्ताक्षर करें।
19.
तुम्हारा जिंदा रहना जरूरी है गुल मकई तुम्हें जागना होगा फिर से अपनी इस अधूरी लड़ाई को जीतने के लिए तुम्हें देना ही होगा स्वात के साथ-साथ विश्व को शिक्षा-शांति और अनाक्रमण का संदेश बुद्ध की तरह ।
20.
इसमें कहा गया कि एक दूसरे की प्रभुसत्ता तथा स्वतंत्रता , अनाक्रमण , समानता , परस्परहित , और एक दूसरे देश द्वारा भीतरी मामलों में अहस्तक्षेप की नीति ही भारत यूगोस्लाविया की मैत्री तथा सहयोग संबंध का आधार रहेगी।