| 11. | कहाँ तेज ब्राह्मण में , अविवेकी राजा को रोक सके,
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| 12. | कहाँ तेज ब्राह्मण में , अविवेकी राजा को रोक सके,
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| 13. | सादृश्य अविवेकी के सेवा कर्म से दिखाया गया है।
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| 14. | 17 ) अभिमान अविवेकी को होता हैं, विवेकी को नहीं।
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| 15. | कौन वह अविवेकी नीच नराधम है ?
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| 16. | जैसे विवेकी - अविवेकी , विचार -अविचार , प्रिय-अप्रिय
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| 17. | अविवेकी जन के लिये , रहा मोहिनी-पाश ॥
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| 18. | अविवेकी तरंगी मूसलाधार सनकी क्रोधी बिना कहे
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| 19. | और व्यापार के एक अविवेकी संयम होता इसलिए शून्य .
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| 20. | अविवेकी गौतम क्यों नहीं हुए पाषाण ?
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