| 11. | रात को इस घास पर जो ओस थी
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| 12. | ओस की बूँदों में , तिनकों के फलक पर
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| 13. | ” मन की ओस की गर्म बुँदे “
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| 14. | ओस की एक बूंद सी होती है बेटियां
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| 15. | पल्लवों से बूँद-बूँद झरती निर्मल-नाजुक ओस जैसी ।
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| 16. | “ मन की ओस की गर्म बुँदे ”
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| 17. | अपने आंसुओं से ओस की बूंदे बनाता हूँ . ..
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| 18. | और ओस ने केसर उनके स्फुट-संपुट में घोली।
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| 19. | सुबह- सुबह ओस में खुले सिर निकल गई ,
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| 20. | ओस की एक बूँद सी होती हैं बेटियाँ ,
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