| 11. | कलुषित मन निर्मल बने , पुलकित हो हर अंग।।
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| 12. | कह साधक कवि , हुई धरा- आकाश कलुषित.
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| 13. | हर तरफ आलोकित होता मनुष्य का कलुषित व्यवहार।
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| 14. | बनावटी नकली दीयों से है कलुषित है संसार ,
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| 15. | क्यों और कलुषित करें अपनी सोच को .
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| 16. | उतनी ही कलुषित , उतनी ही विलासांध ,
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| 17. | यह हमारी आत्मा को कलुषित किये हुए है।
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| 18. | भावना स्वार्थ की कलुषित त्याज्य जहां है ।
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| 19. | बाजारवाद में शिक्षा को कलुषित कर दिया है।
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| 20. | पापियों के पाप धोते-धोते कलुषित हो जाता हूं।
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