| 11. | खड़ी धुरी के लिए कीलक धारुक बनाया जाता है ।
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| 12. | का कीलक है ' शिवाय', 'नमः' है शक्ति, ॐ है बीज...
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| 13. | कुंडली के केंद्र पर एक चुंबकीय सुई ऊर्ध्वाधर कीलक (
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| 14. | खड़ी धुरी के लिए कीलक धारुक बनाया जाता है ।
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| 15. | विरोधी प्रभावों को रोकने के लिए कीलक का प्रयोग होता है।
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| 16. | पत्रक , चुंबकीय सुइयाँ, रत्नित टोपी (jewelled cap), कीलक (द्रत्ध्दृद्य) तथा कटोरा।
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| 17. | प्रत्येक मन्त्र का ऋषि , कीलक , और देवता होता है।
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| 18. | प्रत्येक मन्त्र का ऋषि , कीलक , और देवता होता है।
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| 19. | कीलक पर घर्षण न्यूनतम होता है और चुंबकीय सुई अवमंदित (
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| 20. | पर्त्येक मंतर् का कीलक अथार्त् मंतर् की अपनी शिक्त होती है।
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