अब जिन गोविन्दगुप्त और स्कन्दगुप्त ने खंग धारण किया है उनके हाथ निर्बल नहीं हैं।
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प्रौढ़ , तरुण सब ने खंग स्पर्श करके एक स्वर से प्रतिज्ञा की कि 'आज ही
13.
विश्व कांपता रह जाएगा , होगी माँ जब रण हुंकार॥ नृत्य करेगी रण प्रांगण में, फिर-फिर खंग हमारी आज।
14.
वीर प्रसूति क्यों रोती है , जब लग खंग हमारे हाथ॥ धरा शीघ्र ही धसक जाएगी, टूट जाएँगे न झुके तार।
15.
वह खंग संचालन , दान प्रदान करने , मान रक्षण और युद्ध भूमि में वीरता प्रदर्शन में पूर्ण सक्षम हैं .
16.
शारंग धनुश पांचजन्य शंख कौमोद की गदा नन्दक खंग सुदर्शन चक्र अक्षमाला तथा वरद और अभय मुद्रा यह सब भगवान के कर कमलों की शोभा बढाते है।
17.
फ़ौज के हमले के दौरान घोड़ों के खुरों से जो ' खंग ' उडी थी इससे इस गाँव का नाम बदलकर धसुंडा से खिंयाला हो गया था .
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फ़ौज के हमले के दौरान घोड़ों के खुरों से जो ' खंग ' उडी थी इससे इस गाँव का नाम बदलकर धसुंडा से खिंयाला हो गया था .
19.
इसके अलावा भूतपूर्व खंग विलास प्रेस , बाँकीपुर के अधिष्ठाता बाबू रामदीन सिंह ने ' विहार दर्पण ' के 139 वें पृष्ठ में ऐसा लिखा है कि :
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वहां पर करबद्ध होकर पेशवा के सामने उपस्थित हुआ और हाथ जोड़कर प्रार्थना की , कि मैंने गोहद की शक्ति को न समझ कर खंग धारण करके उससे लड़ाई लड़ डाली थी , लेकिन बात बनी नहीं .