| 11. | तना छेदक व गंगई कीट के नियंत्रण के उपाय
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| 12. | ऊपर के छेदक दाँतों के बीच विषग्रंथि होती है।
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| 13. | बढ़ने पर घायल करे , छेदक का कर दार ॥
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| 14. | बढ़ने पर घायल करे , छेदक का कर दार ॥
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| 15. | छेदक , स्पर्श रेखा तथा उनकी विशेषताऐ (1.6
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| 16. | के लिए कुछ लोगों को , लिंग गैर छेदक या
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| 17. | ऊपर के छेदक 8 से 10 मास ,
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| 18. | तना छेदक में सूडियां हानिकारक होती है।
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| 19. | आई . आर-36- सांढ़ा-कीट एवं धड़ छेदक अवरोधी
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| 20. | ( छेदक 12 ए 9 )
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