| 11. | उपापचय से जीव द्रव्य में वृध्दि होती है जीव द्रव्य से कोशिकाओं में वृध्दि होती है ।
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| 12. | कारण यह है कि जीव द्रव्य एक परम जटिल यौगिक ( Critical Complicated Compound ) होता है .
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| 13. | कोशिका झिल्ली एक अर्ध पारगम्य सजीव झिल्ली है जो प्रत्येक सजीव कोशिका के जीव द्रव्य को घेर कर रखती है।
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| 14. | तात्पर्य यह कि जिसमें चेतना पायी जाती है वह जीव द्रव्य है और जिसमें चेतना नहीं है वह अजीव द्रव्य है।
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| 15. | सभी मेटाबोलिक क्रियाएं जिसके फलस्वरूप शरीर में सामान्य अणुओं से जीव द्रव्य के अपेक्षाकृत बड़े अणुओं का निर्माण होता है एनाबोलिज्म कहलाती हैं।
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| 16. | इस जीव द्रव्य में मुख्यत : कार्बनिक व अकार्बनिक ठोस पदार्थ , प्रोटीन वसा , कार्बोहाइड्रेटस नयूक्लीइक एसिड , लवण तथा जल होता है ।
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| 17. | इसके साथ ही कोशिकाओं के भीतर मौजूद जीव द्रव्य ( प्रोटोप्लास्म) हिमांक बिंदु के तापमान तक पहुँचने पर ठंडा होकर बर्फ बनकर निर्जीव हो जाता है।
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| 18. | दर्शनमोह की क्षपणा करने वाला मनुष्य ( जीव द्रव्य से पुरुष ) एक भव में अथवा अधिक से अधिक आगामी तीन भवों में अवश्य मुक्ति पा लेता है।
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| 19. | इस रोग में कोशिकीय द्रव्य ( Cellulozyme ) में जीव द्रव्य या नाभिकीय द्रव्य ( Nucleic Acid ) अपने घनत्व को 1900 से घटाकर 80 से कम कर देता है।
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| 20. | जब श्वेत रक्त कणिका ( WBC ) को जीव द्रव्य या RNA या Ribo Nucleic एसिड स्वयं पचाना शुरू कर देता है ( Delusion of WBC ) तो पुन्शार्बुद होता है।
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