| 11. | भक्ति मुक्ति की जुगल पिटारी कै लटकाई ।।
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| 12. | जुगल हंसराज तो अब बड़े हो गये हैं।
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| 13. | जुगल हंसराज तो अब बड़े हो गये हैं।
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| 14. | जुगल ने सहमे हुए स्वर में कहा ,
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| 15. | ‘अभी तक तुम्हारी रोटियाँ नहीं पकीं जुगल ?
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| 16. | नेशनल कालेज के प्रिंसिपल आचार्य जुगल किशोरजी थे।
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| 17. | बैठक एमएलसी जुगल किशोर शर्मा की अध्यक्षता . .. 0
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| 18. | भक्ति मुक्ति की जुगल पिटारी कै लटकाई ।।
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| 19. | बृंदावन बिहरत फिरै , जुगल रूप नैनन भरै
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| 20. | बृंदावन बिहरत फिरै , जुगल रूप नैनन भरै
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