| 11. | तभी तो तुलसी भरत पर बलि-बलि जाते हैं .
|
| 12. | . . तभी तो... आज की शाम कैसी है.
|
| 13. | . . तभी तो... आज की शाम कैसी है.
|
| 14. | . . तभी तो... आज की शाम कैसी है.
|
| 15. | . . तभी तो... आज की शाम कैसी है.
|
| 16. | . . तभी उसका ध्यानचहचहाती चिड़ियों की ओर गया.
|
| 17. | . . तभी उसका ध्यानचहचहाती चिड़ियों की ओर गया.
|
| 18. | . . तभी उसका ध्यानचहचहाती चिड़ियों की ओर गया.
|
| 19. | . . तभी उसका ध्यानचहचहाती चिड़ियों की ओर गया.
|
| 20. | तभी उन्हें दूर से पांवोंकी आहट सुनाई दी .
|