| 11. | जिस दम न थमती हो नयन सावन झडी
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| 12. | दिल रोये , चुप हों नयन, अधर करें यश-गान..
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| 13. | ” रोकते रोकते भी नयन गागर छलक गई।
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| 14. | उत्कंठा से , प्रणय के नयन की समता से,
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| 15. | नयन छेड़ हौले से , खोला झरोखा | |
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| 16. | छीन ली अब नींद भी मेरे नयन की।
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| 17. | उसके कंटीले नयन , मेरे को चीर जाते थे।
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| 18. | कब देखौंगी नयन वह मधुर मूरति / तुलसीदास
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| 19. | और हम डरे डरे , नीर नयन में भरे,
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| 20. | नयन डूबे मन ढूंढे भारी है आज हताशा
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