| 11. | इसी से नाम पड़ा , ' पिटक ' ।
|
| 12. | इसी से नाम पड़ा , ' पिटक ' ।
|
| 13. | कुछ जानकारी विनय पिटक से मिलती है।
|
| 14. | त्रिपिटक में सुत्र पिटक प्रारम्भिक एवं महत्वपूर्ण ग्रन्थ है।
|
| 15. | अमिधम्म पिटक में बौद्ध धर्म के दार्शनिक सिद्धान्त हैं।
|
| 16. | सुत्त पिटक में बुद्धदेव के धर्मोपदेश हैं।
|
| 17. | अतः , विनय पिटक विनय से संबन्धित नियमौं का व्यवस्थित संग्रह है[1]।
|
| 18. | इस पिटक के पाँच भाग हैं जो निकाय कहलाते हैं।
|
| 19. | यह अभिधम्म पिटक का भाग है।
|
| 20. | विनय पिटक एक बौद्ध ग्रंथ है।
|