| 11. | प्राप्य नहीं परलोक का , दयारहित को योग ॥
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| 12. | प्राप्य नहीं धनरहित को , ज्यों इहलौकिक भोग ।
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| 13. | और यह मनु का प्राप्य भी है .
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| 14. | केवल प्राप्य कुलीन में , ऐसी उत्तम बान ॥
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| 15. | द न्यूयॉर्क टाइम्स के द्वारा यहां [ 1] प्राप्य
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| 16. | उतिष्ठ , जाग्रत् , प्राप्य वरान् अनुबोधयत् ।
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| 17. | उतिष्ठ , जाग्रत् , प्राप्य वरान् अनुबोधयत् ।
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| 18. | एषा ब्राह्मी स्थितिः पार्थ नैनां प्राप्य विमुह्यति ।
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| 19. | जिसकी जितनी जातीय औकात , उतना उसका प्राप्य :
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| 20. | वह देर-सबेर अपना प्राप्य लेकर ही रहता है।
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