प्रयोगों द्वारा यह सिद्ध कर दिया गया है कि हर प्रकार की रासायनिक अभिक्रियाएँ जैसे विघटन , पुनर्विन्यास, योगशील, बहुलीकरण श्रृंखला, प्रकाश उत्प्रेरकीय अभिक्रिया प्रकाश द्वारा हो सकती है।
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डिऑक्सिराइबोज न्युक्लिक एसिड साँचे के रूप में काम करते हुए अपने अनुरूप राइबोन्युक्लिक एसिड की कड़ियाँ बनाता ; राइबोन्युक्लिक एसिड की कड़ियाँ एमिनो एसिड्स को निध्र्दारित करते हुए उनके बहुलीकरण को सम्भव करतीं।
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इन कार्यक्रमो की अवधि 5-10 दिन है , इनमें इस केन्द्र के वैज्ञानिकों व अन्य संस्थानो से विशेषज्ञों द्वारा प्राख्यान दिए जाते है व जैव नियत्रको के बहुलीकरण पर व्यवहारिक ज्ञान दिया जाता है ।
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इन कार्यक्रमों मे आनुवांशिक घटको , पारंमपरिक प्रक्रियाऔं , जैव तकनीकी, जैव नियंत्रको का बहुलीकरण, कीटनाशकों का सुरक्षित उपयोग, रासयनिक अवशेषो, खरपतवार प्रबंधन, सूचना प्रौधोगिकी का कृषि में उपयोग, प्राकृतिक संसाधनो का प्रबंधन इत्यादि विषय शामिल किए जाते हैं ।
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वाहक जो नकारात्मक HBeAg संक्रमण की स्थिति में सेरोकनवर्टेड हो चुके होते है , विशेष रूप से वे जिन्होंने व्यस्क के रूप में संक्रमण का अभिग्रहण कर लिया है, उनमें बहुत कम वायरल बहुलीकरण होता है और इस प्रकार उनमें लंबी-अवधि की जटिलता या दुसरों में संक्रमण के संचरण करने का खतरा कम रहता है.
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वाहक जो नकारात्मक HBeAg संक्रमण की स्थिति में सेरोकनवर्टेड हो चुके होते है , विशेष रूप से वे जिन्होंने व्यस्क के रूप में संक्रमण का अभिग्रहण कर लिया है , उनमें बहुत कम वायरल बहुलीकरण होता है और इस प्रकार उनमें लंबी-अवधि की जटिलता या दुसरों में संक्रमण के संचरण करने का खतरा कम रहता है।
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आत्मसत्ता पर छाये कषाय-कल्मषों की सफाई से लेकर-गुणसूत्रों , क्रोमोसोम्स जीन्स तक पर यज्ञ प्रक्रिया प्रभाव डालती है एवं इसमें किस प्रकार यज्ञ कुण्ड एक यंत्र की भूमिका निभाकर बृहत सोम के अवतरण द्वारा सोम की-पर्जन्य की वर्षा में एक महत्वपूर्ण योगदान देते हैं , इसका वैज्ञानिक आधार क्या है , ज्यामिती किस प्रकार यज्ञधूम्रों की बहुलीकरण प्रक्रिया को प्रभावित करती है , यह सारा प्रतिपादन इस खण्ड में हुआ है ।