सामासीकृत शब्दों के लेखन का व्याकरणिक नियम है कि जब दोनों पद सजातीय हों ( एक ही भाषा या मूल के) तो उन्हें मिलाकर लिखा जाए अन्यथा अलग-अलग बिना योजक चिह्न (-) लगाए।
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या कोई व्यक्तिगत निरंतर हायफ़न ( निरंतर हायफ़न: एक हायफ़न जिसका उपयोग योजक चिह्न से जुड़े किसी शब्द, संख्या, या पदबंध के किसी पंक्ति के अंत में आने पर उसे टूटने से बचाता है.
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वहां क्लिक करें जहाँ आप कोई निरंतर हायफ़न ( निरंतर हायफ़न: एक हायफ़न जिसका उपयोग योजक चिह्न से जुड़े किसी शब्द, संख्या, या पदबंध के किसी पंक्ति के अंत में आने पर उसे टूटने से बचाता है.
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सामासीकृत शब्दों के लेखन का व्याकरणिक नियम है कि जब दोनों पद सजातीय हों ( एक ही भाषा या मूल के ) तो उन्हें मिलाकर लिखा जाए अन्यथा अलग-अलग बिना योजक चिह्न ( - ) लगाए लिखा जाए।
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इनकी मित्रता की प्रगाढ़ता का इससे बड़ा उदाहरण क् या हो सकता है कि दोनों के नाम साथ-साथ आते हैं , बीच में होता है सिर्फ एक योजक चिह्न ' - ' यानी ' मार्क् स-एंगेल् स ' .
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यदि आप द्वारा खोजे जा रहे अंतिम नाम में योजक चिह्न , एपॉस्ट्रॉफि और अन्य विराम चिह्न हैं, तो ध्यान दें कि जो भी आप टाइप करते हैं वह जैसा है वैसे ही अनेक वंशावली डेटाबेस के पास चला जाता है.
सूत्रों को ठीक-ठीक उच्चारण सहित याद करने के लिए यह आवश्यक है कि सूत्रपाठ का ऐसा संस्करण चुना जाय जिसमें किसी सूत्र के पदों को योजक चिह्न ( हाइफन) से पृथक्-पृथक् किया रहे, विशेष रूप से ऐसे सूत्रों में जहाँ पदों के पृथक्करण में भ्रम की पर्याप्त सम्भावना हो ।